जानिए, इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय

आयुर्वेद एक प्राचीन भारतीय चिकित्सा प्रणाली है जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने में सहायक है। आयुर्वेद के अनुसार, व्यक्ति का स्वास्थ्य उसके शरीर, मन और आत्मा के संतुलन पर निर्भर करता है। इस प्रणाली में उपचार के लिए जड़ी-बूटियां, आहार, प्राणायाम, योग और ध्यान आदि का उपयोग होता है। आयुर्वेद में शरीर को सेहतमंद रखने के कई सारे तरीके बताए गए हैं। इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय किए जा सकते हैं।

सर्दी के मौसम में कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम में बुखार, खांसी और जुकाम होना आम होता है। कमजोर इम्यूनिटी वालों को सर्दी में इंफ्लुएंजा, साइनसाइटिस, टॉन्सिलाइटिस की समस्या हो सकती है। रोग पैदा करने वाले रोगजनकों को शरीर से दूर रखने के लिए इम्यूनिटी की भूमिका महत्वपूर्ण है।

ध्यान और योग करने की सलाह

आयुर्वेद में शरीर को तनाव मुक्त रखने और मन की शांति के लिए ध्यान और योग करने की सलाह दी जाती है। रोजाना योग के नियमित अभ्यास से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के तनाव को कम किया जा सकता है। साथ ही इम्यूनिटी को मजबूत बनाया जा सकता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के लिए कई योगासन लाभदायक हैं।

आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां

कुछ आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां हैं, जिनके नियमित सेवन से इम्यूनिटी मजबूत बनती है। हल्दी का दूध, अश्वगंधा, तुलसी समेत कई आयुर्वेदिक औषधियां हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनाने में सहायक है।

आयुर्वेदिक प्रक्रियाएं शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकती है

कुछ आयुर्वेदिक प्रक्रियाएं हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकती है। सुबह या शाम नथुनों में तिल का तेल, नारियल का तेल या घी लगा लगाने की प्रक्रिया को दोहरा कर सांस की बीमारियों के खिलाफ इम्यूनिटी में सुधार कर सकते हैं। एक अन्य आयुर्वेदिक प्रक्रिया है जिसमें ऑयल पुलिंग थेरेपी है, जिसमें एक चम्मच तिल या नारियल का तेल मुंह में डालकर 2 से 3 मिनट तक घुमाना है, फिर उसे थूक देना है। बाद में मुंह को गर्म पानी से धो लें।