अन्नदाताओं को पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध राज्य सरकार : मुख्यमंत्री

निम्बाहेड़ा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि किसान भारत की आत्मा हैं और उनकी खुशहाली से ही विकसित भारत की संकल्पना साकार होगी। हमारी केन्द्र और राज्य की डबल इंजन की सरकार प्रदेश के प्रत्येक किसान को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से उन्हें पर्याप्त पानी और अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पूर्ण समर्पण एवं सामर्थ्य के साथ कार्य कर रही है।

शर्मा चित्तौड़गढ़ के निम्बाहेड़ा में विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज देश के किसान समृद्धि के वाहक बन रहे हैं। केन्द्र और राज्य की सरकार किसानों की आय बढ़ाने के हर संभव प्रयास कर रही हैं। हमारी सरकार ने गेहूं की एमएसपी पर 125 रुपये का अतिरिक्त बोनस देते हुए 2400 रुपये प्रति क्विंटल करने और किसान सम्मान निधि को 6 हजार से बढ़ाकर 8 हजार रूपये करने जैसे कृषक कल्याण के अहम निर्णय किए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकताओं में किसान कल्याण सर्वोच्च हैं। उन्होंने देश में ऐसी योजनाएं शुरू की है जिससे किसान आर्थिक रूप से सशक्त बने और कृषि क्षेत्र की प्रगति दोगुनी रफ्तार से हो।

पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में किसानों को नहीं मिला पर्याप्त पानी

 शर्मा ने कहा कि पूर्ववर्ती राज्य सरकार ने सिंचाई की कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को वर्षों तक लटकाए रखा और किसानों को पर्याप्त पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी। हमने सरकार बनते ही एकीकृत ईआरसीपी और यमुना जल समझौते को क्रियान्वित करने का कार्य किया है। ईआरसीपी पर केन्द्र और मध्य प्रदेश के साथ एमओयू कर इस परियोजना पर तत्परता के साथ कार्य किया जा रहा है। साथ ही, हमारी सरकार ने ताजेवाला हेड वर्क्स से शेखावाटी क्षेत्र में यमुना का पानी लाने की कई दशकों से लंबित परियोजना के लिए ऐतिहासिक एमओयू भी किया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने उदयपुर में देवास तृतीय एवं चतुर्थ परियोजना की नींव रखी है, जिससे आने वाले समय में उदयपुर की झीलों में जल उपलब्धता के साथ ही चित्तौड़गढ़, राजसमंद सहित राजस्थान के विभिन्न जिलों की पेयजल की समस्या का समाधान भी होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर हैं। उन्होंने कहा कि आज जैसलमेर के पोकरण में आयोजित हुए भारत शक्ति अभ्यास के तहत भारतीय सेनाओं के शौर्य प्रदर्शन नेे राजस्थान के स्वाभिमान को बढ़ाया है। इससे पहले भी पोकरण पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के समय ऐतिहासिक परमाणु परीक्षण का साक्षी बना था।

कृषि उपज मण्डी निम्बाहेड़ा एवं छोटी सादड़ी में विभिन्न विकास कार्यों की सौगात

शर्मा ने निम्बाहेड़ा से मंगलवाड तक 40 किलोमीटर लम्बी 4 लेन सड़क निर्माण की घोषणा की। साथ ही, मुख्यमंत्री ने छोटी सादड़ी में अपर जिला न्यायालय खोलने, कृषि उपज मण्डी समिति निम्बाहेड़ा एवं छोटीसादड़ी में कार्यालय भवन, किसान कलेवा भवन सहित अन्य विकास कार्यों की घोषणा की। इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने निम्बाहेड़ा के कनेरा से सेमलिया महादेव तक (2.50 किलोमीटर), एनएच-113 से गोठडा तक (2.80 किलोमीटर) एवं साठोला से काकरा तक (6 किलोमीटर) की सड़क निर्माण, बड़ीसादड़ी में एनएच-113 से कदमाली तक 4.80 किलोमीटर सड़क का सुदृढ़ीकरण एवं 3 किलोमीटर की कनेरा निम्बोदा सड़क निर्माण के विकास कार्यों की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट बनाने की बजट घोषणा में चित्तौड़गढ़ के विभिन्न स्थल को भी शामिल किया जाएगा। इस अवसर पर राजस्व मंत्री हेमंत मीना, सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम कुमार, सांसद सी.पी जोशी, राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया एवं विधायकगण सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

इन कार्यों का हुआ लोकार्पण

– पीएमजीएसवाई फेस 3 में निर्मित अंबामाता से माराजिवी सड़क, मांगरोल अरनोदा सड़क एवं एनएच 79 से लसड़ावन सड़क

– नीमच फाटक से कदमाली ब्रिज तक सड़क चौड़ाईकरण व सुदृढ़ीकरण कार्य

– डीएमएफटी में निर्मित चंगेड़ी से बावड़ी खेड़ा सड़क निर्माण, शारदा पेट्रोल पंप से  

मेवातों की झोपड़ी तक सड़क डामरीकरण एवं खेल स्टेडियम अरनिया जोशी के निर्माण कार्य

– नवनिर्मित उप तहसील भवन, कनेरा

– हुकेडिया एनिकट निर्माण कार्य जलोदा जागीर, छोटी सादड़ी

– पालखंदा एनीकट का मरम्मत कार्य, जलोदा जागीर, छोटी सादड़ी

इन कार्यो के हुए शिलान्यास

– पीएमश्री योजना के अंतर्गत राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, जावदा द्वितीय,

   निम्बाहेड़ा में विकास कार्य

– 33/11 केवी जीएसएस, नारायणी चौकी, छोटी सादड़ी

– 33/11 केवी जीएसएस, वसुंधरा विहार, निम्बाहेड़ा

– बाड़ी मानसरोवर बांध के अधिशेष जल से 600 हेक्टेयर अतिरिक्त कमांड क्षेत्र में सोलर 

   आधारित सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली का निर्माण कार्य

– आईटीआई कॉलेज, कारूंडा का शिलान्यास

– भावलिया बांध के अधिशेष जल से 150 हेक्टेयर अतिरिक्त कमांड क्षेत्र में सोलर आधारित

   सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली का निर्माण कार्य का शिलान्यास