केजरीवाल ने जेल से भेजा पत्र, पत्नी सुनीता ने पढ़कर सुनाया … ऐसी कोई जेल की सलाखें नहीं, जो आपके भाई और बेटे को ज्यादा दिन तक अंदर रख सके

नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने जेल से अरविंद केजरीवाल का भेजा गया पत्र पढ़कर सुनाया। यह पत्र पढ़ने के लिए सुनीता केजरीवाल जनता के सामने आईं। केजरीवाल के लिखे पत्र को पढ़ते हुए उनकी पत्नी ने बताया, “मुझे गिरफ्तार कर लिया गया है। मैं अंदर रहूं या बाहर, देश की सेवा करता रहूंगा। मेरा एक-एक पल देश के लिए समर्पित है। मेरे शरीर का एक-एक कतरा देश के लिए है। इस पृथ्वी पर संघर्ष करने के लिए ही मेरा जीवन हुआ है। आज तक बहुत सारे संघर्ष किए, आगे भी बहुत बड़े-बड़े संघर्ष लिखे हुए हैं। इसीलिए यह गिरफ्तारी मुझे अचंभित नहीं करती है। आपसे मुझे बहुत प्यार मिला है। पिछले जन्म में मैंने बहुत पुण्य किए होंगे जो मैं भारत जैसे महान देश में पैदा हुआ। हमें फिर से मिलकर भारत को महान बनाना है। भारत को विश्व में नंबर वन देश बनाना है। भारत के अंदर और बाहर कई ऐसी शक्तियां हैं, जो देश को कमजोर कर रही हैं। हमें सचेत होकर ऐसे लोगों को हराना है। भारत में ही कई ऐसे देशभक्त हैं जिन्हें हमें आगे बढ़ाना है।”

उन्होंने पत्र को पढ़ते हुए बताया, “दिल्ली की मेरी मां बहनें सोच रही होंगी कि केजरीवाल तो अंदर चला गया, अब हमें हजार रुपया मिलेगा कि नहीं। मेरी मां बहनों से अपील है कि आप मुझ पर भरोसा रखो, ऐसी कोई जेल की सलाखें नहीं, जो आपके भाई और बेटे को ज्यादा दिन तक अंदर रख सके। मैं जल्द बाहर आऊंगा और अपना वादा पूरा करूंगा। क्या आज तक कभी ऐसा हुआ कि केजरीवाल ने कोई वादा किया हो और पूरा न किया हो। आपका बेटा आपका भाई लोहे का बना हुआ है। बहुत मजबूत है। बस एक विनती है आपसे कि एक बार मंदिर जरूर जाना और मेरे लिए आशीर्वाद जरूर मांगना। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं से मेरी अपील है कि मेरे अंदर जाने के बाद भी लोक सेवा और समाज सेवा का काम रुकना नहीं चाहिए। इस वजह से बीजेपी वालों से नफरत नहीं करनी है, वह सब हमारे भाई बहन हैं। मैं जल्द लौट कर आऊंगा आपका अपना अरविंद केजरीवाल जय हिंद।”