जयपुर। देश के प्रख्यात कवि कुमार विश्वास ने युवाओं से कहा कि तबादला होने, आईआईटी का पहला एटेम्पट क्लियर न होने या व्यवसाय में थोडा नुकसान होने पर युवा आत्महत्या जैसा घातक कदम उठा लेते हैं। वे खोए हुए अवसर को अंतिम ना मानें, सफलता के लिए पिछले प्रयासों से अधिक मेहनत करें और कभी हताश न हों। जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में आयोजित अपने-अपने राम कार्यक्रम के दौरान कुमार विश्वास ने युवाओं को जीवन में आगे बढने के लिए प्रेरित किया।
भगवान श्रीराम की कथा जीवन में उत्साह भर देती है विषय पर आयोजित कार्यक्रम में कवि कुमार विश्वास ने भगवान राम के विभिन्न प्रेरक प्रसंगो को वर्तमान जीवन शैली से जोडकर विस्तृत व्याख्या की। भगवान राम की जीवनी से लाइफ मैनेजमेंट का पाठ भी पढाया। उन्होंने कहा कि वनवास के दौरान भगवान राम ने कई कष्ट उठाए, लेकिन हार न मानी। हर मुश्किल परिस्थिति का धैर्य और संयम से सामना किया। उन्होंने मानवता की खुली आंख के सबसे सुंदर सपने राम और मैया भजन सुनाया तो श्रोता भाव विभोर हो उठे।
भगवान के नाम का सुमिरन ही भवसागर से पार कर सकता है- आलोक अग्रवाल
कार्यक्रम के आयोजक कर्ता आलोक अग्रवाल ने राम नाम की महिमा बताते हुए कहा कि कलयुग में योग, यज्ञ, जप, तप, व्रत, पूजा जैसे साधना के कठिन मार्ग संभव नहीं है। केवल भगवान के नाम का सुमिरन ही भवसागर से पार कर सकता है। भगवान के सहस्त्रनाम हैं और कोई भी नाम जपा जा सकता है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में राज्यपाल कलराज मिश्र, स्वामी बालमुकुन्दाचार्य, ग्रेटर नगर निगम के उपमहापौर पुनीत कर्णावट सहित शहर के गणमान्य लोग व युवा मौजूद रहे।