जयपुर। विभिन्न योग संयोग के बीच मंगलवार को गणेश चतुर्थी का उल्लास तड़के से ही देखने को मिला। घर—घर, मंदिर—मंदिर गणेशजी की अर्चना शुरू हुई, वहीं मोती डूंगरी गणेशजी मंदिर से नाहरगढ़ स्थित गढ़ गणेशजी मंदिर तक गणेशजी महाराज के जयकारे गूंज उठे। गणेशजी के दर्शनों के लिए शहर उमड़ पड़ा। गणेशजी के दर्शनों के लिए भक्त रात को मंदिर पहुंचने लगे। मंगला झांकी के साथ दर्शन खुले तो लोगों में गणेशजी महाराज के दर्शनों की होड़ सी मची।
मोती डूंगरी गणेशजी मंदिर महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि सुबह 11.20 बजे गणेशजी महाराज का विशेष पूजन होगा। इसके बाद शृंगार आरती होगी। दोपहर 2.15 बजे भोग आरती की जाएगी। वहीं शाम 7 बजे संध्या आरती होगी। रात 11.48 बजे शयन आरती होगी।
वहीं प्रशासन की ओर से मोती डूंगरी गणेश जी मंदिर में सुरक्षा के पुख्या इंतजाम किए गए है। यहां 6 डीएफएमडी व 6 एचएसएमडी की व्यवस्था की गई है। मंदिर परिसर में 58 क्लोज सर्किट कैमरे लगाए गए है। 5 लाइनों से प्रवेश की व्यवस्था की गई है, वहीं 6 लाइनों से निकास की व्यवस्था की गई है। नि:शक्तजनों व बुजुर्गों के लिए रिक्शों की व्यवस्था की गई है।

लग गई लंबी कतारें
मोती डूंगरी गणेशजी मंदिर लंबी कतारें लग गई, कतार में खड़े—खड़े भक्त गणेशजी के जयकारे लगाते रहे। परिवार सहित लोग गणेश जी के दर्शनों के लिए पहुंच। मंगला आरती के साथ सुबह 4 बजे गणेशजी महाराज के दर्शन खुले, तो मंदिर परिसर जयकारों से गूंज उठा। भगवान गणेशजी महाराज ने भक्तों को विशेष नौलड़ी का नोलखा हार के भाव जैसे शृंगार में दर्शन दिए। चांदी के सिंहासन पर बैठ गणेशजी महाराज स्वर्ण मुकुट धारण किए नजर आए। गणेशजी महाराज के दर्शनों के लिए परिवार की अलग लाइन है, वहीं पुरुष व महिलाओं के लिए अलग—अलग लाइन के माध्यम से मंदिर तक पहुंचने की व्यवस्था की गई है।