जयपुर। भारत सरकार द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में संचालित योजनाओं से प्रदेश के हर पात्र परिवार को लाभान्वित करने के लिए आयोजित की जा रही विकसित भारत संकल्प यात्रा में क्षय रोग उन्मूलन की दिशा में प्रतिबद्धता के साथ काम किया जा रहा है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमति शुभ्रा सिंह ने बताया कि राजस्थान में क्षय रोग उन्मूलन को लेकर निरन्तर उल्लेखनीय काम हो रहा है। इस कार्य को अब और गति देकर राजस्थान को जल्द से जल्द टीबी मुक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि क्षय रोग उन्मूलन लक्ष्य 2025 की प्राप्ति हेतु प्रदेश में सभी संभावित क्षय रोगियों की सघन जांच की जा रही है। राज्य में 17 दिसम्बर 2023 से अब तक 1,17,794 व्यक्तियों की क्षय रोग से संबंधित स्क्रीनिंग की गई है। इनमें से 14643 को नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर उन्नत जांच हेतु रैफर किया गया है।
यात्रा के दौरान 2700 से अधिक नये नि-क्षय मित्र बनाए
उन्होंने बताया कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत आयोजित स्वास्थ्य शिविरों में क्षय रोगियों को अतिरिक्त सामाजिक सुविधा उपलब्ध कराने हेतु प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत सामुदायिक स्तर से समाज सेवकों को प्रेरित कर 2700 से अधिक नये नि-क्षय मित्र बनाए गए हैं। इन नि-क्षय मित्रों द्वारा प्राप्त सहायता से क्षय रोगियों को पौष्टिक आहार किट शिविर स्थल पर ही उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
नि-क्षय पोषण योजना में शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति जल्द
उन्होंने बताया कि नि-क्षय पोषण योजना के अन्तर्गत क्षय रोगियों को 500 रूपये प्रतिमाह उनके बैंक खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रान्सफर (डीबीटी) करने हेतु करीब 3400 रोगियों की बैंक खाता संबंधी सूचना एकत्रित की गई है। कैम्प आयोजन से पूर्व प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत पोषण योजना का लाभ दिए जाने हेतु कुल क्षय रोगियों के 15 प्रतिशत रोगियों की सहमति ली जानी शेष थी, जिसमें से 8800 से अधिक क्षय रोगियों की सहमति प्राप्त कर ली गई है। अब मात्र 4 प्रतिशत क्षय रोगियों की सहमति प्राप्त किया जाना शेष है, इस लक्ष्य को शीघ्र ही हासिल कर लिया जाएगा।