जयपुर। उद्योग, वाणिज्य, मंत्री शकुंतला रावत ने कोटा प्रवास के दौरान सोमवार को पुरूषार्थ भवन, गोबरिया बावडी सर्किल पर उद्यमियों के साथ संवाद किया। उन्होंने उद्यमियों की समस्याओं और सुझावों को गंभीरतापूर्वक सुना और समाधान की दिशा में आवश्यक कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। एसएसआई एसोसिएशन की ओर से आयोजित इस संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उद्योग मंत्री ने कहा कि उद्यमियों का सशक्तीकरण एवं सम्बलन विभाग का दायित्व है, उनकी परेशानियों एवं समस्याओं का यथासंभव अविलम्ब हल निकाला जाएगा। उन्होंने 14 सितम्बर को उद्यमियों की समस्याओं के निराकरण के लिए जयपुर में बैठक भी मौके पर ही तय कर दी और कहा कि वहां उद्यमियों के साथ व्यापक विचार-विमर्श कर उन्हें हल दिया जाएगा। अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि बेवजह प्रकरणों को लम्बित नहीं रखा जाए।उद्योग मंत्री ने राज्य सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि राजस्थान सरकार द्वारा हर वर्ग के कल्याण के लिए कार्य किए गए हैं, कार्य भी ऐसे हुए हैं जो अपने आप में अनूठे हैं। चिकित्सा, शिक्षा, सामाजिक सुरक्षा, रोजगार, महिला सशक्तीकरण जैसे क्षेत्रों में अभूतपूर्व कार्यों की बदौलत आज राजस्थान मॉडल स्टेट बन गया है। देवस्थान विभाग द्वारा भी गोविन्द देव जी, कैला देवी, गोगामेढी, खाटू श्याम एवं अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों पर विकास कार्य कराए गए हैं। कोटा के विषय में उन्होंने कहा कि नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल की ने जिस खूबसूरती से इस शहर को हेरिटेज लुक दिया है उससे कायापलट हो गई है। शहर का नक्शा ही बदल गया है। यहां कला के विविध रूप दूसरे प्रमुख शहरों पर भारी पडते लगते हैं। यह विकास कोटा को विकास के नए आयाम देगा।
एसएसआई के संस्थापक अध्यक्ष गोविन्द राम मित्तल ने औद्योगिक समस्याओं की ओर ध्यान खींचा, उन्होंने कोटा में एयरपोर्ट, होटल एवं हॉस्टल को एमएसएमई उद्योगों का दर्जा देने, रीको द्वारा आवंटित भूखण्डों में फ्री होल्ड सर्विस देने सहित अन्य मुद्दों पर ध्यान आकृष्ट कराया। एसएसआई अध्यक्ष अनिल सिंघल, व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी सहित अन्य पदाधिकारियों नेे उद्योग मंत्री का स्वागत किया एवं विचार व्यक्त किए। महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र राजीव गर्ग एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
उद्योग मंत्री ने डीसीएम का विजिट किया-
उद्योग मंत्री ने सोमवार को श्रीराम फर्टीलाईजर्स एण्ड कैमीकल उद्योग का विजिट किया एवं प्रबन्धकों से चर्चा की। उन्होंने प्रबन्धन से नए उद्योग लगाने का प्रस्ताव रखते हुए कहा कि सरकार की ओर से इसमें पूर्ण सहायता एवं सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनय मेहता ने उद्योग के विषय में जानकारी दी और बिजली खपत कम करने के लिए उठाए कदमों के बारे में बताया। अन्य अधिकारी मौजूद रहे।