जयपुर। विधानसभा आम चुनाव – 2023 के मद्देनजर निर्वाचन विभाग के निर्देश पर प्रदेश में विभिन्न एनफोर्समेंट एजेंसियां अवैध सामग्री जब्त करने के मामले में हर दिन नए रिकॉर्ड बना रही हैं। 9 अक्टूबर को आदर्श आचार संहिता लागू होने से अब तक एनफोर्समेंट एजेंसियों ने 200 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की अवैध शराब, नकदी व अन्य सामग्री जब्त कर नया रिकॉर्ड कायम किया है, जबकि 2018 के विधानसभा आम चुनाव में पूरी आचार संहिता के दौरान यानि 65 दिन में 70 करोड़ की अवैध सामग्री जब्त की गयी थी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में अलग-अलग एजेंसियों की ओर से जारी रिपोर्ट में ये जानकारी दी गयी है। 32 करोड़ 67 लाख रूपए के सीजर के साथ जयपुर प्रदेश में सबसे आगे है। दूसरे स्थान पर बांसवाड़ा 13 करोड़ 34 लाख रुपए, तीसरे स्थान पर उदयपुर 12 करोड़ 74 लाख रूपए चौथे स्थान पर 12 करोड़ रुपए के साथ अलवर है, वहीं 10 करोड़ रूपए से ज्यादा के सीजर के साथ बाड़मेर 5वें स्थान पर है।
4 करोड़ 30 लाख रूपए की अवैध शराब जब्ती कर अलवर पहले स्थान पर है। 7 करोड़ 40 लाख रूपए की ड्रग्स जब्ती के साथ बाडमेर पहले स्थान पर है। अवैध नगदी की जब्ती के मामले में जयपुर 7 करोड़ 77 लाख रूपए के साथ पहले स्थान पर है। 11.14 करोड़ के सोना—चांदी जैसी कीमती धातुओं की जब्ती कर बांसवाड़ा पहले स्थान पर है। जबकि 27.54 लाख की फ्रीबीज जब्त कर सवाईमाधोपुर पहले स्थान पर है। गुप्ता ने बताया कि प्रदेश भर में विभागों द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है और किसी भी संदेहास्पद मामले पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।